Apna Mujhe Tu Laga |
Singer: Sonu Nigam
Music: Chirantan Bhatt
Lyrics: Shakeel Azmi
Star Cast: Aftab Shivdasani, Tia Bajpai.
The video of this song is available on youtube at the official channel T-Series. This video is of 2 minutes 11 seconds duration.
Lyrics of "Apna Mujhe Tu Laga "
anjaan ho tum jo begaane ho tum jo pahchaane lagte ho kyu
tum gehri nindo me jab soye soye ho to mujhme jagte ho kyu
jab tujhko pataa hai dil muskurata hai kya tujhse hai waasta
kya tujhme dhundu main kya tujhse chahu main kya kya hai tujhme mera
jaanu na main tujhme mera hissa hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
jaanu na main tujhse mera rishta hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
tujhse taaluk jo nahi kuch mera kyu tu lage hai apno sa
dekhu jo tujhko ek najar jaye bhar mujhme hai mera jo khala
jindagi me khushi tere aane se hai warna jine me ghum har bahaane se hai
hai ye alag baat hai hum mile aaj hai dil tujhe jaanta ek jamaane se hai
jaanu na main tujhme mera hissa hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
jaanu na main tujhse mera rishta hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
aankho ne aankho se kahi daasta tumko banaake raajda
baaho me jannat aa gayi khusnuma tum jo huye ho meharbaa
jism se jism ka yu utaaruf hua ho gaye hum sanam ruh tak aashna
ik sada jo chale do kadam saath me mil gaya hai hame jindagi ka pata
jaanu na main tujhme mera hissa hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
jaanu na main tujhse mera rishta hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
anjaan ho tum jo begaane ho tum jo pahchaane lagte ho kyu
tum gehri nindo me jab soye soye ho to mujhme jagte ho kyu
jab tujhko pataa hai dil muskurata hai kya tujhse hai waasta
kya tujhme dhundu main kya tujhse chahu main kya kya hai tujhme mera
jaanu na main tujhme mera hissa hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
jaanu na main tujhse mera rishta hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
tum gehri nindo me jab soye soye ho to mujhme jagte ho kyu
jab tujhko pataa hai dil muskurata hai kya tujhse hai waasta
kya tujhme dhundu main kya tujhse chahu main kya kya hai tujhme mera
jaanu na main tujhme mera hissa hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
jaanu na main tujhse mera rishta hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
tujhse taaluk jo nahi kuch mera kyu tu lage hai apno sa
dekhu jo tujhko ek najar jaye bhar mujhme hai mera jo khala
jindagi me khushi tere aane se hai warna jine me ghum har bahaane se hai
hai ye alag baat hai hum mile aaj hai dil tujhe jaanta ek jamaane se hai
jaanu na main tujhme mera hissa hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
jaanu na main tujhse mera rishta hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
aankho ne aankho se kahi daasta tumko banaake raajda
baaho me jannat aa gayi khusnuma tum jo huye ho meharbaa
jism se jism ka yu utaaruf hua ho gaye hum sanam ruh tak aashna
ik sada jo chale do kadam saath me mil gaya hai hame jindagi ka pata
jaanu na main tujhme mera hissa hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
jaanu na main tujhse mera rishta hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
anjaan ho tum jo begaane ho tum jo pahchaane lagte ho kyu
tum gehri nindo me jab soye soye ho to mujhme jagte ho kyu
jab tujhko pataa hai dil muskurata hai kya tujhse hai waasta
kya tujhme dhundu main kya tujhse chahu main kya kya hai tujhme mera
jaanu na main tujhme mera hissa hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
jaanu na main tujhse mera rishta hai kya par ajnabi apna mujhe tu laga
Lyrics in Hindi (Unicode) of "अपना मुझे तु लगा"
अनजान हो तुम जो बेगाने हो तुम जो पहचाने लगते हो क्यु
तुम गहरी नींदों में जब सोए सोए हो तो मुझमे जागते हो क्यु
जब तुझको पता है दिल मुस्कुराता है क्या तुझसे है वास्ता
क्या तुझमे ढूंडू मैं क्या तुझसे चाहूं मैं क्या क्या है तुझमे मेरा
जानू ना मैं तुझमे मेरा हिस्सा है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
जानू ना मैं तुझसे मेरा रिश्ता है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
तुझसे तालुक जो नहीं कुछ मेरा क्यों तू लगे है अपनों सा
देखू जो तुझको एक नज़र जाए भर मुझमे है मेरा जो खला
ज़िन्दगी में ख़ुशी तेरे आने से है वरना जीने में गम हर बहाने से है
है ये अलग बात है हम मिले आज है दिल तुझे जानता एक ज़माने से है
जानू ना मैं तुझमे मेरा हिस्सा है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
जानू ना मैं तुझसे मेरा रिश्ता है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
आँखों ने आँखों से कही दासता तुमको बनाके राज़दा
बाँहों में जन्नत आ गई खुशनुमा तुम जो हुए हो मेहरबा
जिस्म से जिस्म का यु उतारुफ़ हुआ हो गए हम सनम रूह तक आशना
इक सदा जो चाहे दो कदम साथ में मिल गया है हमें ज़िन्दगी का पता
जानू ना मैं तुझमे मेरा हिस्सा है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
जानू ना मैं तुझसे मेरा रिश्ता है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
अनजान हो तुम जो बेगाने हो तुम जो पहचाने लगते हो क्यु
तुम गहरी नींदों में जब सोए सोए हो तो मुझमे जागते हो क्यु
जब तुझको पता है दिल मुस्कुराता है क्या तुझसे है वास्ता
क्या तुझमे ढूंडू मैं क्या तुझसे चाहूं मैं क्या क्या है तुझमे मेरा
जानू ना मैं तुझमे मेरा हिस्सा है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
जानू ना मैं तुझसे मेरा रिश्ता है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
तुम गहरी नींदों में जब सोए सोए हो तो मुझमे जागते हो क्यु
जब तुझको पता है दिल मुस्कुराता है क्या तुझसे है वास्ता
क्या तुझमे ढूंडू मैं क्या तुझसे चाहूं मैं क्या क्या है तुझमे मेरा
जानू ना मैं तुझमे मेरा हिस्सा है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
जानू ना मैं तुझसे मेरा रिश्ता है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
तुझसे तालुक जो नहीं कुछ मेरा क्यों तू लगे है अपनों सा
देखू जो तुझको एक नज़र जाए भर मुझमे है मेरा जो खला
ज़िन्दगी में ख़ुशी तेरे आने से है वरना जीने में गम हर बहाने से है
है ये अलग बात है हम मिले आज है दिल तुझे जानता एक ज़माने से है
जानू ना मैं तुझमे मेरा हिस्सा है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
जानू ना मैं तुझसे मेरा रिश्ता है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
आँखों ने आँखों से कही दासता तुमको बनाके राज़दा
बाँहों में जन्नत आ गई खुशनुमा तुम जो हुए हो मेहरबा
जिस्म से जिस्म का यु उतारुफ़ हुआ हो गए हम सनम रूह तक आशना
इक सदा जो चाहे दो कदम साथ में मिल गया है हमें ज़िन्दगी का पता
जानू ना मैं तुझमे मेरा हिस्सा है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
जानू ना मैं तुझसे मेरा रिश्ता है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
अनजान हो तुम जो बेगाने हो तुम जो पहचाने लगते हो क्यु
तुम गहरी नींदों में जब सोए सोए हो तो मुझमे जागते हो क्यु
जब तुझको पता है दिल मुस्कुराता है क्या तुझसे है वास्ता
क्या तुझमे ढूंडू मैं क्या तुझसे चाहूं मैं क्या क्या है तुझमे मेरा
जानू ना मैं तुझमे मेरा हिस्सा है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
जानू ना मैं तुझसे मेरा रिश्ता है क्या पर अजनबी अपना मुझे तू लगा
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