Utt Pataang (Title Song) |
Singer: Tochi Raina
Music: Shamir Tandon
Lyrics: Arun Kumar
Star Cast: Vinay Pathak, Mahie Gill, Saurabh Shukla, Mona Singh, Sanjay Mishra
The Audio of this song is available on Youtube at the official Channel Downloadming. The Video is of 5 minutes and 13 seconds.
Lyrics of "Utt Pataang (Title Song)"
zindagi ke gubaare ne kaisa ambar choo daala
taaro ka rang pilaa hai aur chand ka hai kaala kaala
diwala nikla rishto ka, pyaar ki garmi fisli
chahat ki aawazo me siko ki khan khan ghus gayi
bada bada utt patang hai, bada utt patang hai
sab kuch sab kuch sab kuch bada utt patang hai
bada utt patang hai, bada utt patang hai
sab kuch sab kuch sab kuch bada utt patang hai
sab kuch sab kuch sab kuch bada utt patang hai
jhoote sache kuch sapne apni palko pe dhar ke
biba yunhi nikal pade jaane kyu apne ghar se
ik dooje ki shakal pe apni hi kahani padhte hai
ehsaaso ki sidhi me roz atakte girte hai
phir umeedo ki tehni pe naye gul khilati hai
jeene ki khatir phir se yu nain jugad bithati hai
zindagi patli gali me ghus gayi
bada bada utt patang hai, bada utt patang hai
sab kuch sab kuch sab kuch bada utt patang hai
bada utt patang hai, bada utt patang hai
sab kuch sab kuch sab kuch bada utt patang hai
sab kuch sab kuch sab kuch bada utt patang hai
lamha lamha buni thi jo pyar bhari si kuch bate
dono ki thi sanjhi jo sukh dukh ki wo saughate
sehmi sehmi si hai kyu jane kyu woh royi hai
anjane me hi sabne asli daulat khoyi hai
dil ko dil ki kehne do, apne rang me behne do
jod tod kuch bhi kar lo, pyar ko pyar hi rehne do
zindagi phir na kehna kyu russ gai
bada bada utt patang hai, bada utt patang hai
sab kuch sab kuch sab kuch bada utt patang hai
bada utt patang hai, bada utt patang hai
sab kuch sab kuch sab kuch bada utt patang hai
sab kuch sab kuch sab kuch bada utt patang hai
sab kuch sab kuch sab kuch bada utt patang hai
sab kuch sab kuch sab kuch bada utt patang hai
Lyrics in Hindi (Unicode) of "उट पटांग (टाइटल सोंग)"
जिंदगी के गुबारे ने कैसा अम्बर छू डाला
तारो का रंग पिला हैं और चाँद का हैं काला काला
दिवाला निकला रिश्तों का, प्यार की गर्मी फिसली
चाहत की आवाजो में सिक्को की खन खन घुस गयी
बड़ा बड़ा उट पटांग हैं, बड़ा उट पटांग हैं
सब कुछ सब कुछ सब कुछ बड़ा उट पटांग हैं
बड़ा उट पटांग हैं, बड़ा उट पटांग हैं
सब कुछ सब कुछ सब कुछ बड़ा उट पटांग हैं
सब कुछ सब कुछ सब कुछ बड़ा उट पटांग हैं
झूठे सचे कुछ सपने अपनी पलकों पे धर के
बिबा यूँही निकल पड़े जाने क्यों अपने घर से
इक दूजे की शकल पे अपनी ही कहानी पढते हैं
एहसासों की सीडी में रोज़ अटकते गिरते है
फिर उमीदो की टहनी पे नए गुल खिलाती है
जीने की खातिर फिर से यु नैन जुगाड़ बिठाती है
जिंदगी पतली गली में घुस गयी
बड़ा बड़ा उट पटांग हैं, बड़ा उट पटांग हैं
सब कुछ सब कुछ सब कुछ बड़ा उट पटांग हैं
बड़ा उट पटांग हैं, बड़ा उट पटांग हैं
सब कुछ सब कुछ सब कुछ बड़ा उट पटांग हैं
सब कुछ सब कुछ सब कुछ बड़ा उट पटांग हैं
लम्हा लम्हा बुनी थी जो प्यार भरी सी कुछ बाते
दोनों की थी सांझी जो सुख दुःख की वो सोगाते
सहमी सहमी सी हैं क्यु जाने क्यू वो रोई है
अनजाने में ही सबने असली दौलत खोयी हैं
दिल को दिल की कहने दो, अपने रंग में बहने दो
जोड़ तोड़ कुछ भी करले, प्यार को प्यार ही रहने दो
जिंदगी फिर ना कहना क्यू रूस गई
बड़ा बड़ा उट पटांग हैं, बड़ा उट पटांग हैं
सब कुछ सब कुछ सब कुछ बड़ा उट पटांग हैं
बड़ा उट पटांग हैं, बड़ा उट पटांग हैं
सब कुछ सब कुछ सब कुछ बड़ा उट पटांग हैं
सब कुछ सब कुछ सब कुछ बड़ा उट पटांग हैं
सब कुछ सब कुछ सब कुछ बड़ा उट पटांग हैं
सब कुछ सब कुछ सब कुछ बड़ा उट पटांग हैं
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