Aatish Paraa |
Singer: Sukhwinder Singh
Music: Sukhwinder Singh
Lyrics: Aseem Ahmed Abbasi
Features: Sukhwinder Singh
The video of this song is available on YouTube at the official channel MTV Unplugged. This video is of 7 minutes 09 seconds duration.
Lyrics of "Aatish Paraa"
aatish para, aatish para
aatish para hoon main aatish para
jiyu toh mai mashal hu, mitu agar toh tara
hai lapak ke mai pi jaunga andhera ye saara
aatish para, aatish para
aatish para hoon main aatish para
aatish para, aatish para
aatish para hoon main aatish para
jiyu toh mai mashal hu, mitu agar toh hu tara
jiyu toh mai mashal hu, mitu agar toh hu tara
bhabak raha hai rooh me
bhabak raha hai rooh me mere koi angara
aatish para, aatish para
aatish para hoon main aatish para
jiyu toh mai mashal hu
jiyu toh mai mashal hu, mitu agar toh hu tara
ummid ki lau lagata hua badh raha hu
ummid ki lau lagata hua badh raha hu
ummid ki lau lagata hua badh raha hu
mai bedhadak lap-lapata hua badh raha hu
dariya hu mai roshni ka musalsal bahunga
dariya hu mai roshni ka musalsal bahunga
dariya hu mai roshni ka musalsal bahunga
naslo talak banke kisso ka hissa rahunga
dikhaunga mai rasta ki jaise ho dhruvtara
aatish para, aatish para
aatish para hoon main aatish para
jiyu toh mai mashal hu
jiyu toh mai mashal hu, mitu agar toh hu tara
bhabak raha hai rooh me mere koi angara
lapak ke mai pi jaunga andhera ye saara
aatish para, aatish para
aatish para hoon main aatish para
jiyu toh mai mashal hu, mitu agar toh hu tara
aatish para, aatish para
Lyrics in Hindi (Unicode) of "आतीश पारा"
आतीश पारा, आतीश पारा
आतीश पारा हूँ मैं आतीश पारा
जीयु तो मैं मशाल हूँ, मिटू अगर तो तारा
हैं लपक के मैं पि जाऊंगा अँधेरा ये सारा
आतीश पारा, आतीश पारा
आतीश पारा हूँ मैं आतीश पारा
आतीश पारा, आतीश पारा
आतीश पारा हूँ मैं आतीश पारा
जीयु तो मैं मशाल हूँ, मिटू अगर तो हूँ तारा
जीयु तो मैं मशाल हूँ, मिटू अगर तो हूँ तारा
भबक रहा हैं रूह में
भबक रहा हैं रूह में मेरे कोई अंगारा
आतीश पारा, आतीश पारा
आतीश पारा हूँ मैं आतीश पारा
जीयु तो मैं मशाल हूँ
जीयु तो मैं मशाल हूँ, मिटू अगर तो हूँ तारा
उम्मीद की लौ लगाता हुआ बढ़ रहा हूँ
उम्मीद की लौ लगाता हुआ बढ़ रहा हूँ
उम्मीद की लौ लगाता हुआ बढ़ रहा हूँ
मैं बेधड़क लप-लपाता हुआ बढ़ रहा हूँ
दरिया हूँ मैं रौशनी का मुसलसल बहूँगा
दरिया हूँ मैं रौशनी का मुसलसल बहूँगा
दरिया हूँ मैं रौशनी का मुसलसल बहूँगा
नस्लों तलक बनके किस्सों का हिस्सा रहूँगा
दिखाऊंगा मैं रास्ता की जैसे हो ध्रुवतारा
आतीश पारा, आतीश पारा
आतीश पारा हूँ मैं आतीश पारा
जीयु तो मैं मशाल हूँ
जीयु तो मैं मशाल हूँ, मिटू अगर तो हूँ तारा
भबक रहा हैं रूह में मेरे कोई अंगारा
लपक के मैं पि जाऊंगा अँधेरा ये सारा
आतीश पारा, आतीश पारा
आतीश पारा हूँ मैं आतीश पारा
जीयु तो मैं मशाल हूँ, मिटू अगर तो हूँ तारा
आतीश पारा, आतीश पारा
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