Ishq Mein Hota Hai (Tun Tuna) |
Singer: Daler Mehndi, Sain Zahoor, Akhtar Chinnal, Nooran Sisters
Music: Shankar Ehsaan Loy
Lyrics: Gulzar
Star Cast: Harshvardhan Kapoor, Saiyami Kher, Art Malik, Anuj Chaudhary, Om Puri, K K Raina.
The audio of this song is available on YouTube at the official channel T-Series. This audio is of 5 minutes 06 seconds duration.
Lyrics of "Ishq Mein Hota Hai (Tun Tuna)"
tun tuna tun tun tuna
tun tun tuna tun tun tuna tun tun tuna
tun tun tuna tun tun tun tun tuna
tun tun tuna tun tun tuna
tun tun tuna tun tun tun tun tuna
hota hai, hota hai, hota hai, hota hai, hota hai
chalu main aksar, hota hai aksar
chot kahi lagti hai, jakar zakhm kahi par hota hai
ishq me, ishq me tun tuna, tun tun tun tuna
suraj se jalta hai falak aur daag zamin par hota hai
hota hai ishq me tun tuna, tun tun tun tuna
waqt ka faisla ishq ke haq me hua nahi
aashiq ko zanjire daal ke le gaye shehar se aur kahi
ishq me tun tuna, tun tun tun tuna
sab tarkibe karke dekhi, tel ki dibbiya bharke dekhi
jab tak teeli lage na unme, koi roshni jale na unme
mehndi rang dikhati hai tab, puri tarah pis jaati hai jab
mehndi rang dikhati hai tab, puri tarah pis jaati hai jab
hota hai, hota hai aksar hota hai, ishq me
ishq me chot kahi lagti hai, jakar zakhm kahi par hota hai
tuna tun tuna tun tun tuna tun tun tuna tun tun tuna
kabhi kabhi yu hi hota hai dost chhad jaate hain
lekin yaado ki lakeere bin bole bhi
kaano me kuch keh jaati hai, kaano me kuch keh jaati hai
haalat bhi khushk ho jaate hai par mitti par likhi
kuch dehrire reh jaati hai, kuch dehrire reh jaati hai
dhup pade toh pak jati hai, kabhi kabhi yu hota hai
suraj se jalta falak aur daag zameen par hota hai
ishq me tun tuna tuna
hota hai, hota hai, hota hai
hota hai ishq me hota hai, hota hai junun me hota hai
hota hai, hota hai, hota hai aksar hota hai
hota hai ishq me, hota hai junun me
hota hai, hota hai, hota hai
chot kahi lagti hai, jakar zakhm kahi par hota hai
hota hai, hota hai, hota hai, o mirzya
Lyrics in Hindi (Unicode) of "इश्क में होता हैं (तुन तुना)"
तुन तुना तुन तुन तुना
तुन तुन तुना तुन तुन तुना तुन तुन तुना
तुन तुन तुना तुन तुन तुन तुन तुना
तुन तुन तुना तुन तुन तुना
तुन तुन तुना तुन तुन तुन तुन तुना
होता हैं, होता हैं, होता हैं, होता हैं, होता हैं
चलू मैं अक्सर, होता हैं अक्सर
चोट कही लगती हैं, जाकर ज़ख्म कही पर होता हैं
इश्क में, इश्क में तुन तुना तुन तुन तुन तुना
सूरज से जलता हैं फलक और दाग ज़मीं पर होता हैं
होता हैं इश्क में तुन तुना तुन तुन तुन तुना
वक़्त का फैसला इश्क के हक़ में हुआ नहीं
आशिक को जंजीरे डाल के ले गए शहर से और कही
इश्क में तुन तुना, तुन तुन तुन तुना
सब तरकीबे करके देखी, तेल की डिब्बियां भरके देखी
जब तक तीली लगे ना उनमे, कोई रौशनी जले ना उनमे
मेहंदी रंग दिखाती हैं तब, पूरी तरह पिस जाती हैं जब
मेहंदी रंग दिखाती हैं तब, पूरी तरह पिस जाती हैं जब
होता हैं, होता हैं अक्सर होता हैं, इश्क में
इश्क में चोट कही लगती हैं, जाकर ज़ख्म कही पर होता हैं
तुना तुन तुना तुन तुन तुना तुन तुन तुना तुन तुन तुना
कभी कभी यूँ ही होता हैं दोस्त छड जाते हैं
लेकिन यादो की लकीरे बिन बोले भी
कानो में कुछ कह जाती हैं, कानो में कुछ कह जाती हैं
हालत भी खुश्क हो जाते हैं पर मिट्टी पर लिखी
कुछ देहरिरे रह जाती हैं, कुछ देहरिरे रह जाती हैं
धुप पड़े तो पक जाती हैं, कभी कभी यूँ होता हैं
सूरज से जलता हैं फलक और दाग ज़मीं पर होता हैं
इश्क में तुन तुना तुना
होता हैं, होता हैं, होता हैं
होता हैं इश्क में होता हैं, होता हैं जूनून में होता हैं
होता हैं, होता हैं, होता हैं अक्सर होता हैं
होता हैं इश्क में, होता हैं जूनून में
होता हैं, होता हैं, होता हैं
चोट कही लगती हैं, जाकर ज़ख्म कही पर होता हैं
होता हैं, होता हैं, होता हैं, ओ मिर्जया
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