15 May 2015

Lyrics Of "Darmiyan" From Arjun Rampal & Chitrangda Singh's Movie - Inkaar (2013)

Darmiyan
Darmiyan
Lyrics Of Darmiyan From Inkaar (2013): Lovely romantic song in the voice of Swanand Kirkire featuring Arjun Rampal & Chitrangda Singh

Singer: Swanand Kirkire
Music: Shantanu Moitra
Lyrics: Swanand Kirkire
Star Cast: Arjun Rampal, Chitrangda Singh, Gaurav Dwivedi, Sandeep Sanchdev, Deepti Naval, Vipin Sharma.



The video of this song is available on youtube at the official channel T-Series. This video is of 2 minutes 28 seconds duration. 


Lyrics of "Darmiyan"


kyu nigahe nigaho ko shikwe sunaye
murda aff surda labjo ke mani jagaye
jo hai khud se shikayat kyu tujhko bataye
kyu hum yado ke rango se khwabo ko sajaye
ye kaisi bat badh rahi hai tere mere darmaya
ye kaisi bat jal rahi hai tere mere darmaya
kyu subah khil rahi hai tere mere darmaya
kyu sham dhal rahi hai tere mere darmaya
kyu nigahe nigaho ko shikwe sunaye
murda aff surda labjo ke mani jagaye

bat sahmi sahmi teri or thi chali fisal gayi kyu
maine barf si kahi shola ban tujhe mili badal gayi kyu
mayino ke bojh se bat sidhi sadhi si kuchal gayi kyu
bat aandhiya liye  hotho tak to aayi thi thithak gayi kyu
bat koi geet ban haule gungunayi thi baras gayi kyu
bat reshmi si ek sej pe bichai thi ulajh gayi kyu
he bolo na bolo na aji bolo na
hamko bhawar me yu chhodo na
kya isha aakhir hai bolo na, ji bolo na ji bolo na
ye kaisi bat badh rahi hai tere mere darmaya
ye kaisi bat jal rahi hai tere mere darmaya
kyu subah khil rahi hai tere mere darmaya
kyu sham dhal rahi hai tere mere darmaya
kyu nigahe nigaho ko shikwe sunaye
murda aff surda labjo ke mani jagaye

jo hai khud se shikayat kyu tujhko bataye
kyu ham yado ke rango se khwabo ko sajaye
ye kaisi bat badh rahi hai tere mere darmaya
ye kaisi bat jal rahi hai tere mere darmaya
kyu subah khil rahi hai tere mere darmaya
kyu sham dhal rahi hai tere mere darmaya
kyu nigahe nigaho ko shikwe sunaye
murda aff surda labjo ke mani jagaye
ye kaisi bat badh rahi hai tere mere darmaya
ye kaisi bat jal rahi hai tere mere darmaya
kyu subah khil rahi hai tere mere darmaya
kyu sham dhal rahi hai tere mere darmaya


Lyrics in Hindi (Unicode) of "दरमियाँ"


क्यों निगाहे निगाहों को शिकवे सुनाये
मुर्दा अफ्फ सुरदा लब्जो को मनी जगाये
जो है खुद से शिकायत क्यों तुझको बताये
क्यों हम यादो के रंगों से ख्वाबो को सजाये
ये कैसी बात बढ़ रही है तेरे मेरे दरमया
ये कैसी बात जल रही है तेरे मेरे दरमया
क्यों सुबह खिल रही है तेरे मेरे दरमया
क्यों शाम ढल रही है तेरे मेरे दरमया
क्यों निगाहे निगाहों को शिकवे सुनाये
मुर्दा अफ्फ सुरदा लब्जो को मनी जगाये

बात सहमी सहमी तेरी और थी चली फिसल गयी क्यों
मैंने बर्फ सी कही शोला बन तुझे मिली बदल गयी क्यों
मायनो के बोझ से बात सीधी सादी सी कुचल गयी क्यों
बात आंधिया लिए होठो तक तो आई थी ठिठक गयी क्यों
बात कोई गीत बन हौले गुनगुनाई थी बरस गयी क्यों
बात रेशमी सी एक सेज पे बिछाई थी उलझ गयी क्यों
हे बोलो ना बोलो ना अजी बोलो ना
हमको भवर में यूँ छोड़ो ना
क्या ईशा आखिर है बोलो ना, जी बोलो ना जी बोलो न
ये कैसी बात बढ़ रही है तेरे मेरे दरमया
ये कैसी बात जल रही है तेरे मेरे दरमया
क्यों सुबह खिल रही है तेरे मेरे दरमया
क्यों शाम ढल रही है तेरे मेरे दरमया
क्यों निगाहे निगाहों को शिकवे सुनाये
मुर्दा अफ्फ सुरदा लब्जो को मनी जगाये

जो है खुद से शिकायत क्यों तुझको बताये
क्यों हम यादो के रंगों से ख्वाबो को सजाये
ये कैसी बात बढ़ रही है तेरे मेरे दरमया
ये कैसी बात जल रही है तेरे मेरे दरमया
क्यों सुबह खिल रही है तेरे मेरे दरमया
क्यों शाम ढल रही है तेरे मेरे दरमया
क्यों निगाहे निगाहों को शिकवे सुनाये
मुर्दा अफ्फ सुरदा लब्जो को मनी जगाये

ये कैसी बात बढ़ रही है तेरे मेरे दरमया
ये कैसी बात जल रही ह तेरे मेरे दरमया
क्यों सुबह खिल रही है तेरे मेरे दरमया
क्यों शाम ढल रही है तेरे मेरे दरमया  

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