Bikharee Huyee Hai Chandanee |
Singer: Udit Narayan
Music: Pawan Goswami
Lyrics: Sudhakar Sharma
Star Cast: Sagar, Hrishita Bhatt, Milind Gunaji, Raza Murad, Razzak Khan, Shiva, Shakti Kapoor, Nikita Rawal, Simran.
Lyrics of "Bikhri Hui Hain"
bikhri hui hai chandni uspe shabaab aap ka
bikhri hui hai chandni uspe shabaab aap ka
chamka ho aks jaise
chamka ho aks jaise, jamuna kinaare taaj ka
kya kehna huzoor aap ka, kya kehna huzoor aap ka
kya kehna huzoor aap ka, kya kehna huzoor aap ka
mausam ke aayine me dekho to apna chehra
mausam ke aayine me dekho to apna chehra
lagta hai aise jaise ho waqt thehra thehra
jhatko na julf aise kaandhe pe aasmaan hai
bindiya hai jaise taara, chunri yeh raat ma hai
kya kehna huzoor aap ka, kya kehna huzoor aap ka
kya kehna huzoor aap ka, kya kehna huzoor aap ka
aankhe hai aapki yeh saawan ki bijliya hai
aankhe hai aapki yeh saawan ki bijliya hai
muskaan aapki yeh ya udti titliya hai
tum hoor ho pari ho ya meri zindagi ho
mai aur kya kahu bas tum meri bandgi ho
kya kehna huzoor aap ka, kya kehna huzoor aap ka
kya kehna huzoor aap ka, kya kehna huzoor aap ka
bikhri hui hai chandni uspe shabaab aapka
bikhri hui hai chandni uspe shabaab aapka
chamka ho aks jaise
chamka ho aks jaise, jamuna kinare taaj ka
kya kehna huzoor aap ka, kya kehna huzoor aap ka
kya kehna huzoor aap ka, kya kehna huzoor aap ka
Lyrics in Hindi (Unicode) of "बिखरी हुई है"
बिखरी हुई है चाँदनी उसपे शबाब आप का
बिखरी हुई है चाँदनी उसपे शबाब आप का
चमका हो अक्स जैसे
चमका हो अक्स जैसे, जमुना किनारे ताज का
क्या कहना हुज़ूर आप का, क्या कहना हुज़ूर आप का
क्या कहना हुज़ूर आप का, क्या कहना हुज़ूर आप का
मौसम के आईने में देखो तो अपना चेहरा
मौसम के आईने में देखो तो अपना चेहरा
लगता है ऐसे जैसे हो वक्त ठहरा ठहरा
झटको ना जुल्फ ऐसे काँधे पे आसमां है
बिंदिया है जैसे तारा, चुनरी यह रात मा है
क्या कहना हुज़ूर आप का, क्या कहना हुज़ूर आप का
क्यां कहना हुज़ूर आप का, क्यां कहना हुज़ूर आप का
आँखें हैं आपकी ये सावन की बिजलियाँ हैं
आँखें हैं आपकी ये सावन की बिजलियाँ हैं
मुस्कान आपकी ये या उड़ती तितलियाँ हैं
तुम हूर हो परी हो या मेरी जिंदगी हो
मैं और क्या कहू बस तुम मेरी बंदगी हो
क्या कहना हुज़ूर आप का, क्या कहना हुज़ूर आप का
क्या कहना हुज़ूर आप का, क्या कहना हुज़ूर आप का
बिखरी हुई है चाँदनी उसपे शबाब आप का
बिखरी हुई है चाँदनी उसपे शबाब आप का
चमका हो अक्स जैसे
चमका हो अक्स जैसे, जमुना किनारे ताज का
क्या कहना हुज़ूर आप का, क्या कहना हुज़ूर आप का
क्या कहना हुज़ूर आप का, क्या कहना हुज़ूर आप का
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