Adhuri Zindagi |
Singer: Rituraj Mohanty
Music: Himesh Reshammiya
Lyrics: Sameer Anjaan
Star Cast: Himesh Reshammiya, Farah Karimaee, Naseeruddin Shah, Shekhar Kapur, Kabir Bedi, Shernaz Patel, Monica Dogra.
The audio of this song is available on YouTube at the official channel T-Series. This audio is of 6 minutes 25 seconds duration.
Lyrics of "Adhuri Zindagi"
dil akela hai bada, kyu rahu mai tanha
yeh ilteja hai tujhse meri
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
yeh ilteja hai tujhse meri
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
dil akela hai bada ha, kyu rahu mai tanha
yeh ilteja hai tujhse meri
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
yeh ilteja hai tujhse meri
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
jab bhi kabhi falak pe nazar jo gayi
toh socha maine har pal yahi tu hai khudaya
musalsal yahi chale hai armaano me bhi
guftagu tune jo ki dil ko rulaaya
sajdo me jab bhi tera hi naam leke ye sar jhukaya
tere hi ashko me maine hai kyu apna hi aksh paaya
dil akela hai bada ha, kyu rahu mai tanha
yeh ilteja hai tujhse meri
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
yeh ilteja hai tujhse meri
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
aksar yaha mila hai sabko hi daga
magar mujhko hai mili teri panaahe
firta kaha mai dar-dar tanha yaha
jo rehti na yu mere sang teri duaaye
maazi ki yaade jalti hai saath mushkil tujhe bhulana
mujhko ye raate deti hai zakham, marham mujhe lagana
dil akela hai bada ha, kyu rahu mai tanha
yeh ilteja hai tujhse meri
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
yeh ilteja hai tujhse meri
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
adhuri zindagi hai, tu karde mukammal
Lyrics in Hindi (Unicode) of "अधूरी ज़िन्दगी"
दिल अकेला हैं बड़ा, क्यूँ रहू मैं तनहा
ये इल्तेजा हैं तुझसे मेरी
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
ये इल्तेजा हैं तुझसे मेरी
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
दिल अकेला हैं बड़ा, क्यूँ रहू मैं तनहा
ये इल्तेजा हैं तुझसे मेरी
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
ये इल्तेजा हैं तुझसे मेरी
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
जब भी कभी फलक पे नज़र जो गयी
तो सोचा मैंने हर पल यही तू है खुदाया
मुसलसल यही चले हैं अरमानो मे भी
गुफ्तगू तूने जो की दिल को रुलाया
सजदो में जब भी तेरा ही नाम लेके ये सर झुकाया
तेरे ही अश्को में मैंने हैं क्यूँ अपना ही अक्श पाया
दिल अकेला हैं बड़ा, क्यूँ रहू मैं तनहा
ये इल्तेजा हैं तुझसे मेरी
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
ये इल्तेजा हैं तुझसे मेरी
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
अक्सर यहाँ मिला हैं सबको ही दगा
मगर मुझको हैं मिली तेरी पनाहे
फिरता कहा मैं दर-दर तनहा यहाँ
जो रेहती ना यु मेरे संग तेरी दुआए
माज़ी की यादे जलती हैं साथ मुश्किल तुझे भुलाना
मुझको ये राते देती हैं ज़खम, मरहम मुझे लगाना
दिल अकेला हैं बड़ा, क्यूँ रहू मैं तनहा
ये इल्तेजा हैं तुझसे मेरी
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
ये इल्तेजा हैं तुझसे मेरी
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
अधूरी ज़िन्दगी हैं, तू करदे मुकम्मल
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