28 June 2015

Lyrics Of "Tum Se Kya Kehna" From Movie - Dus Tola (2010)

Tum Se Kya Kehna
Tum Se Kya Kehna
Lyrics Of Tum Se Kya Kehna From Movie - Dus Tola (2010): Sad love song sung by Sonu Nigam featuring Manoj Bajpayee, Aarti Chabria, Pallavi Sharda.

Singer: Sonu Nigam
Music: Sandesh Shandilya
Lyrics: Gulzar
Star Cast: Manoj Bajpayee, Aarti Chabria, Pallavi Sharda, Vidya Malvade, Brijendra Kala, Siddharth Makkar, Shiju Kataria.


 The video of this song is available on youtube.


Lyrics of "Tum Se Kya Kehna"


tumse kya kehna hai, suno tumse kya ab sunna
chhod diya ab chandni raat me maine sapne bunna
mai apni tanhai se ab sab keh leta hu
tum bolo na bolo, tum bolo na bolo
tum bolo na bolo, tum bolo na bolo, na bolo
tum bolo na bolo, na bolo

raat ko jab chand puchega wo kesi lag rahi thi
chand se kah dunga mujhko tere jesi lag rahi thi
us me bhi ek daag nikla
tu bhi to ghatta hai, badhta hai
der sawer se chadta hai, tera sona kab khara tha
sirf asharfi ki tarah tha
jab tum milo, kahna use, zaruri nahi hai
tum bolo na bolo, tum bolo
tum bolo na bolo, na bolo, na bolo

meri aadat me nahi hai koi rishta tod dena
meri shayar ne kaha tha mod de kar chod dena
ajnabi phir ajnabi hai gehne bohut pehnoge
yaad ka zewar naya hai, dard jo ghulte nahi hai
rang wo dhulte nahi hai
sare gile baaqi rahe magar yaad hai
tum bolo na bolo, tum bolo na bolo

tumse kya kehna hai, suno tumse kya ab sunna
chhod diya ab chandni raat me maine sapne bunna
mai apni tanhai se ab sab keh leta hu
tum bolo na bolo, tum bolo na bolo
tum bolo na bolo na bolo
tum bolo na bolo na bolo


Lyrics in Hindi (Unicode) of "तुम से क्या कहना"


तुमसे क्या कहना हैं, सुनो तुमसे क्या अब सुनना
छोड़ दिया अब चांदनी रात में मैंने सपने बुनना
मैं अपनी तन्हाई से अब सब कह लेता हु
तुम बोलो ना बोलो, तुम बोलो ना बोलो
तुम बोलो ना बोलो, तुम बोलो ना बोलो, ना बोलो
तुम बोलो ना बोलो, ना बोलो

रात को जब चाँद पूछेगा वो कैसी लग रही थी
चाँद से कह दूंगा मुझको तेरे जैसी लग रही थी
उस में भी एक दाग निकला
तू भी तो घटता हैं, बढ़ता हैं
देर सवेर से चढता हैं, तेरा सोना कब खरा हैं
सिर्फ असरफी की तरह था
जब तुम मिलो, कहना उसे, जरुरी नहीं हैं
तुम बोलो ना बोलो, तुम बोलो
तुम बोलो ना बोलो, ना बोलो, ना बोलो

मेरी आदत में नहीं हैं कोई रिश्ता तोड़ देना
मेरी शायर ने कहा था मोड़ दे कर छोड़ देना
अजनबी फिर अजनबी हैं गहने बहुत पहनोगे
याद के जेवर नया हैं, दर्द जो घुलते नहीं हैं
रंग वो धूलते नहीं हैं
सारे गिले बाक़ी रहे मगर याद हैं
तुम बोलो ना बोलो, तुम बोलो ना बोलो

तुमसे क्या कहना हैं, सुनो तुमसे क्या अब सुनना
छोड़ दिया अब चांदनी रात में मैंने सपने बुनना
मैं अपनी तन्हाई से अब सब कह लेता हु
तुम बोलो ना बोलो, तुम बोलो ना बोलो
तुम बोलो ना बोलो ना बोलो
तुम बोलो ना बोलो ना बोलो

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